नई दिल्ली/मुंबई. जहां एक तरफ मुंबई (Mumbai) महानगर पालिका शहर में कोरोना (Corona) को फैलने से रोकने में सफल रही और अब करीब ढाई साल बाद यानि 16 मार्च 2020 के बाद बीते मंगलवार यानी 24 जनवरी 2023 को कोरोना संक्रमित मरीजों का एक भी मामला सामने नहीं आया है। वहीं मुंबई के लोगों के लिए यह एक राहत की बात है। दरअसल मार्च 2020 में कोरोना ने मुंबई में प्रवेश किया था और उसके बाद से ही कोरोना से बुरी तरह से प्रभावित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी थी।
तब अकेले मुंबई में ही कोरोना के पैर पसारने के बाद प्रभावित मरीजों की संख्या 21 हजार के पार हो गई थी जबकि हर दिन कोरोना से मरने वालों की संख्या 100 के ऊपर पहुंच गई थी। हालांकि, राज्य सरकार और BMC द्वारा लागू किए गए विभिन्न नियमों के चलते, मुंबई कोरोना की तीनों लहरों से निपटने में सफल भी रही। हालांकि मुंबई में अब तक कोरोना की तीन लहरें आने के बाद और ओमिक्रॉन बीएफ 7, एक्सबीबी, एक्सबीबी 1.5 जैसे नए वेरिएंट भी मुंबई में प्रवेश कर चुके हैं।
बीते मंगलवार को शून्य कोरोना संक्रमित मरीज सामने आने सेअब संक्रमित मरीजों की संख्या 11 लाख 55 हजार 240 पर स्थिर हो चुकी है। वहीं आज शून्य मौतें दर्ज की गईं। लेकिन मरने वालों की संख्या 19 हजार 747 हो गई है। इस बीच, मुंबई शहर में फिलहाल 23 एक्टिव मरीज मौजूद हैं।
अगर देश की बात करें तो, भारत में एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 102 नए मामले सामने आने के बाद देश में अभी तक संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर 4,46,82,206 हो गई है। वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 1,922 रह गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बुधवार को सुबह आठ बजे जारी अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, देश में संक्रमण से अभी तक 5,30,737 लोगों की जान गई है।