सार
उसके हसीन सपने की हकीकत में उम्र महज 18 दिन थी। उसकी शादी उस शख्स से हुई थी, जो हनी ट्रैप (हुस्न के जाल में फंसना) हो चुका था। जिसने उसे हनी ट्रैप किया था, वह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई की एजेंट थी।
हनी ट्रैप हुआ रवि चौरसिया पुलिस गिरफ्त में।
– फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
अवर सेवा चयन परिषद में सफलता हासिल कर निम्न वर्गीय लिपिक के रूप में सेवारत रवि चौरसिया से 28 नवंबर को शादी हुई तो दुल्हन को लग रहा था, जैसे उसकी दुनिया ही बदल गई। उसके हसीन सपने की हकीकत में उम्र महज 18 दिन थी। उसकी शादी उस शख्स से हुई थी, जो हनी ट्रैप (हुस्न के जाल में फंसना) हो चुका था। जिसने उसे हनी ट्रैप किया था, वह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई की एजेंट थी। उसका पति बनने से पहले पाकिस्तानी एजेंट के हुस्न के जाल में फंस चुका यह शख्स भारत के रक्षा मंत्रालय के गोपनीय दस्तावेजों और तस्वीरों को भेजता रहा था। शादी के 19वें दिन जब मुजफ्फरपुर पुलिस ने रवि चौरसिया को गिरफ्तार कर सख्ती से पूछताछ की तो कहानी सामने आई कि हनी ट्रैप करने वाली पाक एजेंट ने रवि से पहले दोस्ती बढ़ाई थी, फिर राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) परीक्षा की तैयारी के नाम पर उससे रक्षा मंत्रालय के संवेदनशील पेपर-फोटो हासिल किए। रवि की नई-नवेली दुल्हन के लिए राहत की बात इतनी ही है कि अबतक उसपर राष्ट्रदोह की धाराएं नहीं लगी हैं, सिर्फ ऑफिशियल दस्तावेज लीक करने के मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
कारखाना में बनने वाले उपकरणों की तकनीक-तस्वीर भेजी
रवि चौरसिया 2018 ने भारी वाहन निर्माण कारखाना अवाडी चेन्नई में लिपिक के रूप में संविदा पर कार्यरत था। उसने पुलिस को बताया कि जब वह चेन्नई में कार्यरत था, तो एक शाम उसके व्हाट्सएप नंबर पर एक अज्ञात नंबर से मैसेज आया। मैसेज करने वाली ने अपना नाम शान्वी शर्मा ( छद्म नाम) बताया। थोड़ी हिचक के बाद दोनों में बातचीत अच्छी होने लगी। फेसबुक और व्हाट्सएप के जरिए दोनों करीब आते गए। विश्वास में लेने के बाद शान्वी ने कहा कि उसके पिताजी सेना में कर्नल से रिटायर्ड है और उसे भी एनडीए की तैयारी कर सेना में जाना है। सेना की फैक्ट्री में तुम जो करते हो या जो कागजात बनाते हो, उसे भेजोगे तो तैयारी में मदद मिलेगी। रवि ने पुलिस को बताया कि शान्वी की बात मानकर वह उसे पेपर-फोटो आदि भेजने लगा। उसने कारखाना के अंदर बनने वाले उपकरणों की तकनीक और तस्वीरें भी शेयर की, हालांकि पुलिस का कहना है कि वह इसके एवज में पैसे भी ले रहा था।
सितंबर में स्थायी नौकरी, नवंबर में रचाई थी शादी
रवि के अनुसार, जब उसे फंसने का डर हुआ तो बिहार लौटकर गुमनाम होने का मन बना लिया। तैयारी की और अवर सेवा चयन परिषद में सफलता हासिल कर निम्न वर्गीय लिपिक के रूप में 6 सितंबर 2022 को मुजफ्फरपुर स्थित कटरा रजिस्ट्री कार्यालय में योगदान दिया। रवि का कहना है कि शान्वी के इरादों की जानकारी होने के बाद वह डरकर बिहार में रहना चाहता था, हालांकि पुलिस और खुफिया एजेंसियों के पास इस बात के सबूत हैं कि पाक एजेंट उससे लगातार जुड़ी थी। कथित तौर पर वह बिहार भी आई थी। दूसरी तरफ, सितंबर में ज्वाइनिंग के बाद नवंबर में रवि की शादी हो गई। अब उसकी गिरफ्तारी की खबर सुनने के बाद से उसकी मां के साथ नई-नवेली दुल्हन रो-रोकर परेशान है। मां शुक्रवार को कोर्ट में भी कह रही थी कि उसका बेटा बेकसूर है, उसे महिला ने फंसा दिया है। जबकि, 18 दिन की खुशियों के बाद पहाड़-सा दु:ख देखकर पत्नी गुमसुम हो गई है।