पार्षद रंजीत मंडल की रिहाई के लिए प्रदर्शन के दौरान अन्य पार्षद
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बिहार में भागलपुर के नगर निगम परिसर में शनिवार को निगम पार्षदों ने वार्ड 13 के पार्षद रंजीत मंडल की रिहाई के लिए विरोध-प्रदर्शन किया। दरअसल, शुक्रवार को पार्षद सह स्थाई समिति के सदस्य रंजीत मंडल को शराबबंदी विरोध-प्रदर्शन मामले में विश्वविद्यालय पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। मंडल पर मोहल्ला वासियों को उग्र बयानबाजी कर भड़काने, सरकारी काम में रुकावट डालने और शराब माफियाओं को संरक्षण देने का आरोप था। मंडल की गिरफ्तारी के बाद शनिवार को नगर निगम के कई पार्षद एसएसपी कार्यालय पहुंचे। उन्होंने पुलिस कप्तान आनंद कुमार से मामले के संदर्भ में उच्च स्तरीय जांच की मांग की।
‘पुलिस ने बिना तथ्यों के आधार पर किया गिरफ्तार’
पूर्व डिप्टी मेयर सह वार्ड 19 की पार्षद प्रीति शेखर ने बताया कि वार्ड 13 के पार्षद सह स्थाई समिति के सदस्य रंजीत मंडल की गिरफ्तारी में पुलिस से कोई भूल हुई है। इसलिए हम लोग विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बीते साल होली के मौके पर एक छात्र की उसी मोहल्ले में मौत हुई थी। इसके बावजूद मोहल्ले में धड़ल्ले से शराब का कारोबार किया जा रहा था, जिसका एक जनप्रतिनिधि होने के नाते मोहल्ले वासियों के साथ पार्षद भी विरोध कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पुलिस ने बिना तथ्यों के आधार पर पार्षद रंजीत मंडल को गिरफ्तार कर लिया। जबकि उन्हें किसी रंजिश के तहत फंसाया जा रहा है।
‘पार्षद पर लगाए गए आरोप बेबुनियाद’
सभी पार्षदों ने कहा कि किसी भी मुद्दे पर विरोध करना जनता का मौलिक अधिकार होता है। वहीं जनप्रतिनिधि इस मामले में मोहल्ला वासियों का सहयोग कर रहे थे। साथ ही उन्होंने कहा कि इतनी भीड़ में सैकड़ों की संख्या में लोग प्रदर्शन कर रहे थे। लेकिन पुलिस ने सिर्फ और सिर्फ पार्षद को ही क्यों गिरफ्तार किया। उन पर लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं।
निगम में पहुंचे तमाम पार्षदों ने पुलिस के आला अधिकारियों से मांग करते हुए कहा कि मामले में उच्चस्तरीय जांच की जाए। साथ ही उन्होंने गिरफ्तार पार्षद की रिहाई की मांग की है। मौके पर नगर निगम के कई पार्षद मौजूद रहे।