पार्षद को गिरफ्तार कर ले जाती पुलिस
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बिहार में भागलपुर के विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र अंर्तगत परबत्ती मोहल्ला स्थित वॉर्ड संख्या 13 के पार्षद रंजीत मंडल को पुलिस ने एसएसपी कार्यालय के पास से गिरफ्तार किया है। मंडल सह नगर निगम स्थाई समिति के सदस्य भी हैं। पकड़े गए पार्षद मंडल पर लोगों को भड़काने और शराब कारोबारियों को संरक्षण देने का आरोप है।
दरअसल, बीते नौ मार्च को परबत्ती मोहल्ले में धड़ल्ले से बिक रही शराब को लेकर मोहल्लेवासियों ने स्थानीय पुलिस के खिलाफ विरोध-प्रर्दशन किया था। जहां लोगों ने थाने के दरोगा शिवनंदन साहनी के खिलाफ नाराजगी जताते हुए उनपर मामले में खानापूर्ति करने और शराब कारोबारियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया था।
इस दौरान प्रदर्शनकारी लोगों ने मुख्य सड़क को जामकर कर दिया था। उससे घंटों आवागमन बाधित रहा था। उक्त मामले में स्थानीय पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के विरुद्ध केस दर्ज किया गया था। उसमें पार्षद रंजीत मंडल की संलिप्तता सामने आई। पार्षद मंडल पर यह आरोप है कि उन्होंने प्रदर्शन के दिन मोहल्लावासियों को उग्र बयानबाजी कर पुलिस के खिलाफ भड़काया था। साथ ही सरकारी काम में रुकावट और कारोबारियों को संरक्षण देने की बात सामने आई। इसे लेकर उक्त पार्षद के विरुद्ध विश्वविद्यालय थाने में केस दर्ज किया गया था। इस मामले में शुक्रवार को विश्वविद्यालय थाना पुलिस ने कार्रवाई कर वार्ड पार्षद को एसपी कार्यालय के पास से गिरफ्तार कर लिया।
वहीं, पार्षद रंजीत मंडल ने बताया कि पुलिस की ओर से उनपर लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं, जबकि वह इस तरह के किसी भी मामले में शामिल नहीं हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि पिछले साल होली के वक्त जहरीली शराब से उनके मोहल्ले में एक युवक की मौत हो गई थी, जबकि दो लोग बीमार हो गए थे। वहीं, एक बार फिर शराब खरीद बिक्री होने से मोहल्लेवासी नाराज हुए और उन्होंने सड़क जाम कर दी थी। इसी बात पर दो पक्षों में झड़प हुई थी। इस मामले में उनका कोई भी हाथ नहीं है। वहीं, पुलिस ने पार्षद को जिले के व्यवहार न्यायालय कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत के लिए भेज दिया गया।