भाजपा विधायक हरि भूषण बचौल।
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बागेश्वर धाम वाले बाबा और ललन सिंह की मटन पार्टी के मुद्दे के बाद बिहार की सियायत में नया मुद्दा सामने आ गया। जदयू ने भाजपा के फायर ब्रांड विधायक को अयोग्य करार दे दिया है। उनकी डिग्री पर ही सवाल खड़ा कर दिया। आरोप लगाया कि भाजपा के इस पुरुष विधायक ने महिला कॉलेज से डिग्री ली है। यह विधायक कोई और नहीं बल्कि हरिभूषण ठाकुर बचौल हैं। जदयू के मुख्य प्रवक्ता और पूर्व मंत्री नीरज कुमार ने उनपर हमला बोला। उन्होंने बचौल की डिग्री की जांच करवाने की मांग की है।
मुख्य प्रवक्ता बोले- बचौल को स्त्री-पुरुष में अंतर नजर नहीं आता
मुख्य प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि मधुबनी की बिस्फी सीट से भाजपा के विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने चुनाव में फर्जी हलफनामा दिया है। कोई पुरुष महिला कॉलेज से स्नातक करे यह कैसे संभव है। उन्होंने 2020 के विधानसभा चुनाव में जो शपथ पत्र दाखिल किया था, इसमें उन्होंने लिखा है कि उन्होंने 1993 में रामसेवक सिंह महिला कॉलेज स्नातक करने का जिक्र किया है। अब जब वह महिला महाविद्यालय से स्नातक पास कर गए तो उनके बयान का कोई क्या टिप्पणी करेगा। उनको तो स्त्री और पुरुष में अंतर नजर नहीं आया तो जाकर नामांकन करवा लिए। उनको भारत का संविधान कहां से नजर आएगा। ऐसा कारनामा भाजपा के विधायक ही कर सकते हैं। इनकी डिग्री फर्जी है।
बचौल बोले- टाइपिंग मिसटेक से ऐसा हुआ
इधर, जदयू के मुख्य प्रवक्ता के आरोपों के भाजपा विधायक हरि भूषण ठाकुर बचौल ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि ना तो उनकी डिग्री फर्जी है और ना ही उन्होंने किसी महिला कॉलेज से पढ़ाई की है। शपथ पत्र टाइप करने वाले ने टाइपिंग में गलती की। टाइपिस्ट ने गलती से राम सकल सिंह कॉलेज के बदले राम सेवक सिंह कॉलेज का नाम लिख दिया। उन्होंने कहा कि चूंकि वह नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव और महागठबंधन सरकार की पर वाजिब सवाल उठाते हैं इसलिए जदयू के नेता उनकी कुंडली खंगाल रहे हैं। लेकिन, टाइपिंग मिस्टेक के अलावा जदयू को कुछ नहीं मिला। बचौल ने कहा कि मुझपर पर बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं, उनके निजी जीवन पर बात करने लगूं तो उन्हें मुंह छुपाने की जगह नहीं मिलेगी।