भाजपा के प्रदेश कार्यालय के पास प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के लगे पोस्टर
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जनता दल यूनाईटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री रहे रामचंद्र प्रसाद सिंह के भाजपा में आने के बाद बिहार में पार्टी का पहला बड़ा कार्यक्रम एक झटके में हिल गया। ऊर्जा ऑडिटोरियम में कार्यक्रम की तैयारी हो रही थी, लेकिन ऐन वक्त पर ऊर्जा विभाग ने प्रावधान के आधार पर व्यवधान डाल दिया। हालत यह हो गई कि एक साथ पूरी बिहार भाजपा को शुक्रवार की शाम एकसूत्री काम में लगाया गया कि कोई दूसरा हॉल ढूंढ़ो। अंत में बेली रोड पर किसान पैलेस को आननफानन में पक्का किया गया। अब शनिवार को यहीं कार्यकारिणी होगी।
कैंसिल का तर्क- राजनीतिक कार्यक्रम की अनुमति का प्रावधान नहीं
इस मामले पर ऊर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव का कहना है कि ऊर्जा ऑडिटोरिम का उपयोग राजनीतिक गतिविधियों के लिए नहीं हो सकता। यह बिजली कंपनी के तय प्रावधान में ही नहीं है। उर्जा मंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि भाजपा ने प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के लिए इसे आरक्षित नहीं करवाया था बल्कि कैलाशपति मिश्र न्यास के कार्यक्रम के लिए आरक्षित करवाया था। उर्जा मंत्री ने यह भी कहा कि अगर बुकिंग के दिन भाजपा यह स्पष्ट कर देती कि इसे भाजपा कार्यसमिति की बैठक के लिए बुक कराया जा रहा है तो यह बुकिंग ही नहीं होती। ऊर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि ऊर्जा ऑडिटोरियम किसी राजनीतिक दल के कार्यक्रम के लिए नहीं है। वहीँ ऊर्जा मंत्री के इस बात पर पलटवार करते हुए सम्राट चौधरी ने कहा है कि भविष्य में अगर इस ऑडिटोरियम में किसी भी राजनीतिक दल का कार्यक्रम होगा तो हम उसका पूर्ण विरोध करेंगे। फिलहाल भाजपा ने प्रदेश कार्यसमिति की बैठक अब बेली रोड के किसान पैलेस में होगी।
सम्राट ने कहा डर गई सरकार
ऊर्जा ऑडिटोरियम को कैंसिल होने पर सम्राट चौधरी ने सरकार पर जोरदार हमला किया। उन्होंने कहा कि ऊर्जा ऑडिटोरियम को पैसा देकर बुक कराया गया था लेकिन सरकार ने कार्यक्रम के 24 घंटा पहले बुकिंग रद्द कर दिया। इसका मतलब साफ है कि सरकार डर गई है। सम्राट चौधरी ने कहा कि प्रदेश कार्यसमिति की बैठक को डिस्टर्ब करने का प्रयास किया गया है। यह लोकतंत्र की हत्या है। नीतीश सरकार ऐसा करेगी मुझे ऐसी उम्मीद नहीं थी। नीतीश सरकार का ऐसा करना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है।