बिहार में जातीय जनगणना
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15 अप्रैल से जाति आधारित गणना के दूसरे चरण की शुरुआत होगी। पहले एक अप्रैल से इसकी शुरुआत होने वाली थी। इस चरण में सारी जानकारी देने के बाद परिवार के प्रमुख शपथ लेंगे कि उनके द्वारा दी गई सारी जानकारी सही है। इस दौरान गणना करने वाले लोगों से 17 सवाल पूछेंगे। इसमें परिवार के सदस्यों का नाम पिता या पति का नाम, परिवार के प्रधान से संबंध, आयु, लिंग, वैवाहिक स्थिति, धर्म जाति का नाम, शैक्षणिक योग्यता, कार्यकलाप, आवासीय स्थिति, अस्थाई या प्रवासी, पता, आपके पास कंप्यूटर या लैपटॉप है कि नहीं, आपके पास कितनी दो पहिया और 4 पहिया वाहन हैं, कृषि भूमि कितनी है, आवासीय भूमि कितनी है, आपका मासिक आय कितना है यह सब भी पूछा जाएगा।
इन सब के बाद आपके द्वारा जानकारी जो दी गई है वह सही है या नहीं इसकी पुष्टि परिवार के प्रधान करेंगे। यानी वह शपथ लेंगे। अधिकारी की मानें तो पहले चरण में मकानों के सीरियल नंबर के आधार पर कि दूसरे चरण की गणना होगी इसे भी ऑनलाइन के साथ ऑफलाइन गणना का कार्य किया जाएगा।
ज्ञान भवन में भी दी जाएगी ट्रेनिंग
बता दें कि दूसरे चरण की गणना को समय से पूरा करने के लिए अधिकारियों को बीपार्ड में ट्रेनिंग दी जा रही है। 16 मार्च तक अपर समाहर्ता, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी, जिला कल्याण, पदाधिकारी और आईटी मैनेजर की ट्रेनिंग होगी। इसके बाद 18 और 19 मार्च को पटना के ज्ञान भवन में सीओ वीडियो नगर निकायों के कार्यपालक पदाधिकारियों को ट्रेनिंग दी जाएगी। 20 से 25 मार्च तक जिला स्तरीय प्रशिक्षण होगा। 26 से 11 अप्रैल तक गणना करने वालों को ट्रेनिंग दी जाएगी।