नई दिल्ली: राजस्थान (Rajasthan) में चल रही PFI की गतिविधियों और हिंसक चरमपंथ के एजेंडे से संबंधित मामले में NIA को बड़ी कामयाबी मिली है। जांच के प्रमुख हिस्से को पूरा करने पर, एनआईए ने सोमवार को 2 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट (charge sheet) दायर की। इससे राजस्थान में चल रहे पीएफआई एजेंडे पर अंकुश लग सकेगा। जिन दो आरोपियों के खिलाफ चार्चशीट दायर की गई है वह बेहद ही शातिर चाल चल रहे थे और देश के खिलाफ प्लानिंग बना रहे हैं।
जानकारी के अनुसार इस मामले में राजस्थान के कोटा के मोहम्मद आसिफ उर्फ आसिफ (Mohd Asif alias Asif) और राजस्थान के बारां के सादिक सर्राफ (Sadiq Saraf) पर आईपीसी की धारा 120बी, 153ए और यूएपीए की धारा 13, 17, 18, 18ए और 18बी के तहत आरोप लगाए गए हैं। दोनों आरोपी पीएफआई के प्रशिक्षित सदस्य हैं।
The accused radicalised gullible Muslim youth by brainwashing them into believing that Islam was in danger in India & it was therefore essential for PFI cadres & community to train themselves in use of arms for protecting Islam and establishing Islamic rule in India by 2047: NIA
— ANI (@ANI) March 14, 2023
NIA द्वारा बताया गया कि दोनों आरोपी हिंसक कृत्यों को अंजाम देने के लिए पीएफआई के लिए प्रभावशाली मुस्लिम युवाओं की भर्ती और कट्टरता में शामिल थे। फ़िलहाल इस मामले में जांच पूरी होने के बाद दोनों के खिलाफ चार्चशीट दायर कर दी गई है।
On completion of major part of investigations into the case relating to activities and agenda of violent extremism of PFI being pursued in Rajasthan, NIA on Monday filed a chargesheet against 2 accused.
Mohd Ashif alias Asif of Kota & Sadiq Sarraf of Baran in Rajasthan charged… https://t.co/8BssCSgALA
— ANI (@ANI) March 14, 2023
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एनआईए ने बताया कि आरोपी ने भोले-भाले मुस्लिम युवाओं को यह विश्वास दिलाकर कट्टरपंथी बना दिया कि भारत में इस्लाम खतरे में है। 2047 तक इस्लाम की रक्षा करने और भारत में इस्लामिक शासन स्थापित करने के लिए की बात कह कर युवाओं को कट्टरपंथी बना रहे थे। पीएफआई कैडरों और मुस्लिम समुदाय के लिए खुद को हथियारों के इस्तेमाल में प्रशिक्षित करना आवश्यक बता कर उन्हें ट्रेंड किया जाता था।