सीएम नीतीश कुमार।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि हम लोगों की बातचीत अनेक पार्टी से हो चुकी है। कोई खास या नहीं बात नहीं है जितना लोगों से मिलना था मिल चुके हैं अब उधर कर्नाटक में सरकार बन जाए फिर उसके बाद हम लोग देखेंगे कि क्या करना है। हिन्दू राष्ट्र के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी की लड़ाई कौन लड़े? जो लोग लड़ कर के संविधान बनाएं सबकी सहमति से बनाए जो बापू ने किया सब लोगों ने किया जो नामकरण है, उस नामकरण को न स्वीकार करना चाहिए, न उसको बदलना चाहिए। उनको तो आश्चर्य होता है कि हमको पता नहीं है इस सब का प्रचार इसलिए होता है कि वहां वाले दिल्ली वाले देश भर की मीडिया पर कब्जा किए हुए हैं। देश का नाम क्या है उसको बदलिएगा। आजादी की जो लड़ाई हुई अभी जो लोग बोल रहे हैं, उनका कोई जन्म उस समय हुआ था? हमारे पिता ने जो आजादी की लड़ाई में सक्रिय थे, बचपन में ही हमको बताएं। बाद में एक एक चीज जानें। हमलोग तो सब मानते हैं महात्मा गांधी को उनके साथ जितने लोगों ने काम किया उनको और उसी आधार पर हम काम करते हैं।
यह कभी संभव है कोई ऐसा कर सकता है
नीतीश कुमार ने आगे कहा कि जहां भी हम लोग जा रहे हैं, लोग मिल रहे हैं। सबलोग के बीच में बात हो रही है कि कुछ आश्चर्य होता है कि क्या जरूरत है यह सब बोलने की। किसी भी धर्म को मानिए अपने ढंग से करिए। जो भी अपने धर्म की पूजा जैसे करें उसको कोई रुकावट है। उस पर नामकरण करना आश्चर्य की बात है। हम लोगों को आश्चर्य लगता है। यह कभी संभव है कोई ऐसा कर सकता है। किसी तरह का विवाद नहीं होना चाहिए। सबको अधिकार अपने ढंग से पूजा करें।
दूसरे धर्म के बीच में इंटरफेयर नहीं करना चाहिए
कोई हस्तक्षेप नहीं है लेकिन कुछ चीजों को मान लेना चाहिए कि जितने भी धर्म के लोग मानने वाले हैं उनकी इज्जत है। दूसरे धर्म के बीच में इंटरफेयर नहीं करना चाहिए। कोई कुछ बोल रहा है अपनी मर्जी से बोल रहा है, उसका कोई वैल्यू है। देश के संविधान को देखना चाहिए। देश का संविधान का उल्लंघन नहीं करना चाहिए। देश में संविधान के खिलाफ कोई क्या माहौल बनाएगा। संविधान में आपको परिवर्तन करने के लिए परिवर्तन करेगा तो लोकसभा में राज्यसभा में 2020 से ऊपर रहेगा। तब न कोई संविधान में संशोधन करेगा संविधान में जो जरूरी लगा हुआ। आवश्यकता हुई तो उसको जोड़ा गया लेकिन इसके लिए सभी पार्टी के समर्थित होता है हमको आश्चर्य होता है।