सुपौल की गौरी
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बागेश्वर वाले बाबा धीरेन्द्र शास्त्री का पटना में हनुमंत कथा का कार्यक्रम आज समाप्त हो गया। इस बीच बाबा के हनुमंत कथा सुनने और अपनी अर्जी लगवाने वाले के लिए न सिर्फ पटना बल्कि पूरे बिहार और बिहार के बाहर के लोग यहां पहुंचे। इस दौरान 5 से 6 लाख श्रद्धालुओं की भीड़ बाबा के दरबार में जुटी। कई श्रद्धालुओं पर बाबा के आशीर्वाद की बारिश भी हुई लेकिन वहीं कुछ ऐसे भी अर्जी लगाने वाले श्रद्धालु थे। वह अपनी जटिल समस्याओं को लेकर बाबा के दरबार में पहुंचे थे लेकिन उन्हें न तो बाबा के दर्शन हुए और ना ही उनके दरबार में अर्जी लग पाई।
100 मीटर की दूरी पर रहते हुए भी नहीं मिल पाया बाबा का आशीर्वाद
अमर उजाला ने कुछ ऐसे लोगों से बात की जिन्होंने अपना दर्द बयां किया। सुपौल जिले के प्रतापगंज निवासी किशोर यादव की पुत्री गौरी कुमारी का कहना है कि उन्हें विगत 6 महीने से स्पाइनल की समस्या है। वह अपनी मां और छोटे भाई के साथ सोमवार को बाबा के दर्शन करने के लिए आई थी। उसकी स्थिति ऐसी है कि वह अपनी मर्जी से हिल भी नहीं सकती। वे लोग किसी तरह शिविर में प्रवेश तो कर गए लेकिन बाबा से 100 मीटर की दूरी पर रहते हुए भी उन्हें बाबा का आशीर्वाद नहीं मिल पाया। गौरी वहीँ लेटकर हाथ जोड़ बाबा को स्मरण करती रही लेकिन भौतिक दुरी इतना कम होते हुए भी वह नजदीकी नहीं बन सकी जिस चाहत को लेकर वेलोग यहां आये थे। गौरी की मां और भाई का कहना है कि सोमवार को आने के बाद उसी समय हमने अर्जी लगाई थी लेकिन अब बैरन वापस लौट रही हूं।