प्रार्थनास्थल के पास जमा हुए लोग
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बिहार के मधेपुरा जिले के सुदूर इलाके में इलाज के नाम पर भोले-भाले लोगों को अंधविश्वास के जाल में फंसा कर चोरी छिपे धर्म परिवर्तन कराने का मामला सामने आया है। इसका खुलासा तब हुआ जब बीते शनिवार को स्थानीय ग्रामीणों ने इसका विरोध किया। बताया जा रहा है कि जब स्थानीय लोगों की शिकायत पर लोकल थाना पुलिस मौके पर पहुंची तो धर्म के नशे में अंधे लोगों ने उसके ऊपर भी हमला कर दिया। जब पुलिस वहां से जान बचा कर भागी तो इन लोगों ने थाने को भी घेर लिया फिर। मौके पर पहुंचे वरीय अधिकारीयों के हस्तक्षेप से मामला शांत हुआ। लेकिन इलाके में अब भी तनाव है।
मधेपुरा जिला के उदाकिशुनगंज अनुमंडल अंतर्गत पुरैनी थाना क्षेत्र में इन दिनों इलाज के नाम पर धर्म परिवर्तन का काम चोरी छिपे चल रहा है। बीते तीन सप्ताह से हर शनिवार दुर्गापुर पंचायत में गांव से दूर एक बांस बारी में हजारों लोग जमा हो रहे थे। यहां तीन-चार महिला और पुरुष मंच से लोगों को ईसामसीह की प्राथना करवाते थे। साथ ही प्राथना से होने वाले लाभों को साझा करने का दावा करते थे। जब गांव के लोग इस बारे में सुने तो स्थानीय जन प्रतिनिधियों के जरिए प्रचारकों से बात की। लोगों ने भीड़ इकठ्ठा करने का प्रशासनिक आदेश मांगा तो वे लोग उग्र हो गए। इसके बाद लोगों ने जनप्रतिनिधियों के जरिए थाने में शिकायत की। फिर क्या था पुलिस मौके पर पहुंची और बवाल हो गया। इस बारे में फिलहाल गांव के जनप्रतिनिधि मीडिया से कुछ भी बात करने से बचते नजर आए।
प्रार्थना स्थल से पुलिस को खदेड़ने के बाद हजारों की भीड़ पुरैनी थाना पहुंच कर हंगामा करने लगी। उसके बाद उदाकिशुनगंज के एसडीएम और एसडीपीओ मौके पर पहुंचे और लोगों को समझा-बुझा कर वापस भेजा। यहां मीडिया के सवालों के जबाब में एसडीएम ने इसे अंधविश्वास से जुड़ा मामला बताया और थाने द्वारा जांच करने की बात कही। उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों की ओर से आवेदन दिया गया है। जांच के बाद जरूरी कार्रवाई की जाएगी।